Site icon

हिमाचल में कांग्रेस का खटाखट मॉडल खटारा हो चुका है।

राहुल गांधी का फ़ेल्ड मॉडल आज हिमाचल में सुर्ख़ियाँ बना हुआ है। चुनावों से पहले राहुल-प्रियंका सभाओं में 5 लाख नौकरियाँ देने का दंभ भरते थे और आज हालात ये हैं कि जो मेडिकल इंटर्न्स हैं उन्हें सैलरी तक नहीं मिल रही है। नौकरियाँ देना तो दूर आज हिमाचल में सैलरी और पेंशन के लाले पड़े हुए हैं, कर्मचारियों को डीए का भत्ता लेने के लिए दरवाज़े-दरवाज़े भटकना पड़ रहा है। कांग्रेस सरकार के कुशासन में आज प्रशिक्षु, कर्मचारी और पेंशनर्स सड़कों पर हड़ताल कर रहे हैं मगर सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही।

Exit mobile version